180 एयरक्राफ्ट और सैकड़ों मिसाइल, हूती की अब शामत आई, अमेरिका ने तैनात किया दूसरा कैरियर स्ट्राइक ग्रुप

USA CARRIER STRIKE GROUP: रेड सी लंबे समय से अमेरिका और यमन के हूती के जंग का मैदान बना हुआ है. यह मैदाने जंग अब और घमासान रूप लेने वाला है. आर पार की लड़ाई के लिए अमेरिका ने अपने दूसरा कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को मिडिल ईस्ट में तैनात कर दिया है.
अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने इसके ऑर्डर कर दिए है. पिछले 6 महीने में यह दूसरी बार है जब मिडिल ईस्ट में अमेरिका के दो एयक्राफ्ट कैरियरों की तैनाती एक साथ की गई है. न्यूक्लियर पावर्ड सुपर कैरियर USS कार्ल विंसन इस वक्त इंडो-पैसेफिक के इलाके में तैनात है. हाल ही में कार्ल विंसन ने कोरिया और जापान के साथ नॉर्थ चाईना सी में अभ्यास को अंजाम दिया. अब अभ्यास के तुरंत बाद मिडिल ईस्ट के लिए रवाना होने का फरमान जारी कर दिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक यह कैरियर स्ट्राइक ग्रुप अगले महीने तक मिडिल ईस्ट के पास तैनात हो जाएगा.
180 से ज्यादा एयरक्राफ्टऔर सैकड़ों मिसाइल
हूती लगातार अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर ग्रुप पर हमले कर रहा है. इसका जवाब भी दिया जा रहा है. अमेरिका ने सेंट्रल कमॉड में दो कैरियर स्ट्राइक ग्रुप ऑपरेट किया जाएगा है. पिछले साल 15 दिसंबर को मिडिल ईस्ट मे तैनात के लिए कैरियर स्ट्राइक ग्रुप USS हैरी ए ट्रूमैन स्वेज कैनाल को पार करते हुए रेड सी के इलाके में पहु्ंचा था. इसी कैरियर से अमेरिकी F-18 ने उड़ान भर कर हूती पर बड़ा हमला किया. हैरी एस. ट्रूमन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप में USS गेटिसबर्ग, USS स्टाउट और USS जैसन डनहम शामिल हैं. मिडिल ईस्ट की तरफ बढ़ रहे कार्ल विंसन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप में क्रूजर USS प्रिंसटन, डिस्ट्रॉसर USS स्टेरेट और USS विलियम पी. लॉरेंस शामिल हैं. खास बात तो यह है कि इन दोनों कैरियर पर कुल मिलाकर 180 एयरक्राफ्ट और हेलिकॉप्टर तैनात है. स्ट्राइक फाइटर स्कवॉडर्न F-18 E, F-18F, F-35C, इलेक्ट्रॉनिक अटैक स्कवॉडर्न EA-18G, एयरबोर्न कमॉड एंड कंट्रोल स्कवॉडर्न E-2D, फ्लीट लॉजेस्टिक स्कवॉडर्न C-2A, हैलिकॉप्टर स्ट्राइक स्कवॉडर्न MH-60 R, हैलिकॉप्टर सी कॉंबेट स्कवॉड्रन MH-60S की तैनाती है. मतलब साफ है कि आने वाले दिन में यमन का आसमान लाल होने वाला है.
6 महीने में दूसरी बार तैनाती
मिडिल ईस्ट में अमेरिका अपने एयरक्राफ्ट कैरियर को तैनात करके कहीं भी एयर स्ट्राइक को अंजाम दे सकता है. अमेरिकी स्ट्राइक रेंज एयरक्राफ्ट कैरियर के वजह से बढ़ जाती है. पिछले साल USS रूजवेल्ट मिडिल ईस्ट में तैनात था. उसे रिप्लेस करने के लिए USS अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को भेजा गया. लेकिन इसी समय अमेरीकी सरकार ने USS रूजवेल्ट की तैनाती को बढ़ा दिया था. जिससे एक वक्त में अमेरिकी सेंट्रल कमांड में दो एयर क्राफ्ट हो गए थे. इस बार के केस में चो खास तौर पर USS कार्ल विनसन को हूती के लिए भेजा जा रहा है.